*रमन राज की अपेक्षा कांग्रेस राज में महिलायें ज्यादा सुरक्षित*
*घड़ियाली आंसू बहाने वाले भाजपाई झलियामारी, बीजापुर, आमाडोला की घटना भूल रहे*
सुकमा पोटा केबिन में मासूम बच्ची के साथ हुई घटना पर भाजपा स्तरहीन और असंवेदनशील राजनीति कर रही है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा इस घटना को मणिपुर की घटना से ध्यान भटकाने के लिये उपयोग करना चाह रही जो भाजपा के घृणित मानसिकता का परिचायक है। घटना जैसे ही सामने आई तत्काल एफआईआर दर्ज किया गया, घटना के अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया। दोषी छात्रावास अधीक्षिका पर भी पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया। कांग्रेस के राज में अपराधियों पर पर्दा नहीं डाला जाता है। अब अपराधियों पर कड़ी कार्यवाही होती है। मासूम बच्ची के साथ हुई घटना पर स्तरहीन राजनीति करने वाली भाजपा को रमन सरकार के 15 सालों को देखना चाहिए जब प्रदेश में हर रोज तीन बलात्कार की घटना होती थी हर तीसरे दिन एक सामूहिक दुष्कर्म की घटना होती थी।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जब भाजपा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल का बेटा आदिवासी बेटी के साथ दुराचार कर फरार हो जाता है तो समूची भाजपा उसके बचाव में जुट जाती है। भानुप्रतापपुर में पॉक्सो एक्ट और मासूम बच्ची के साथ दुराचार के आरोपी को प्रत्याशी बना कर पूरी भाजपा उसके प्रचार में घूमती है। दिल्ली में भाजपा का सांसद बृजभूषण सिंह पर पांच, छः महिला पहलवान यौन शोषण का आरोप लगाती है भाजपा उनका बचाव करती है। बृजभूषण पर कार्यवाही नहीं होती है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जनता भाजपा राज में महिलाओं पर हुये अत्याचार को भूली नहीं है। इसी प्रदेश में झलियामारी जैसे कांड और आमाडोला जैसे कांड हुये थे। रमन सिंह के मुख्यमंत्री रहते उनके ओएसडी ओपी गुप्ता पर नाबालिक से बलात्कार का आरोप लगा। चार साल तक एफआईआर दर्ज नही होने दिया गया। इसी राजधानी में छत्तीसगढ़ की महिला सिपाही का दुराचार हो जाता है और एक हफ्ते तक एफआईआर नहीं होती। राजधानी रायपुर में सूदखोरों के गुर्गो ने कर्जदार की बीवी के साथ आटो में घुमा कर दुराचार किया और रिपोर्ट दर्ज करने के लिये उसे हफ्तों घुमना पड़ा। इसी प्रदेश से 27 हजार से अधिक बच्चियां गायब हो गयी थी तब भाजपा की सरकार थी। रमन भाजपा सरकार के समय पीड़िता को न्याय मिलना दूर की बात उनकी शिकायत ही दर्ज नही होती थी।