चौरसिया ने इस चुनाव को “पैसे वालों से पसीने की लड़ाई” बताया और इसे भ्रष्टाचार और जनविरोधी सरकार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम माना। उन्होंने ग्रामीण विधानसभा के मूलभूत समस्याओं को ध्यान में रखकर अपनी रणनीति तैयार की और जनता से जुड़कर उनकी सारी समस्याओं का निराकरण करने का प्रण लिया।
चौरसिया ने इस चुनाव को “पैसे वालों से पसीने की लड़ाई” बताया और इसे भ्रष्टाचार और जनविरोधी सरकार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम माना। उन्होंने ग्रामीण विधानसभा के मूलभूत समस्याओं को ध्यान में रखकर अपनी रणनीति तैयार की और जनता से जुड़कर उनकी सारी समस्याओं का निराकरण करने का प्रण लिया।
वे इस अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए कहे कि वर्तमान की कांग्रेस सरकार पेपर की राजनीति कर रही है और वर्तमान सरकार का पूरे छत्तीसगढ़ की जनता ने पूर्ण रूप से बहिष्कार किया है।
चौरसिया के इस नामांकन से स्पष्ट होता है कि वे ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की जनता के मुद्दों को उचाई पर रखकर उनके हित में काम करने का इरादा रखते हैं और इस चुनाव को एक समाजवादी मूल्यों के साथ लड़ने का संकल्प दिखाते हैं।